Delhi Mumbai Expressway : भारत का सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे

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Delhi-Mumbai Expressway भारत का सबसे बड़ा एक्सप्रेस वे ही नहीं बनने के बाद यह विश्व के सबसे बड़े एक्सप्रेसवे में से एक होगा। जिसकी कुल लम्बाई 1250 km है। यदि आप Delhi Mumbai Expressway के बारे में अच्छी से जानकारी लेने में इच्छुक है तो आप बिल्कुल सही जगह पे आए है। हमे यह बताते हुए खुशी हो रही है की यहाँ पर वे पुरे जानकरी उपलब्ध है जो ” भारत का सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे ” से सम्बन्धित है।

Delhi Mumbai Expressway hide

Delhi Mumbai Expressway Important Facts  

Delhi Mumbai ExpresswayDetails
AreaDelhi to Mumbai ( India )
Length1350km
Project Cost R.s 1,00,000 crore (approximately)
Lanes8
Date of Completion June 2024 (Expected)
State CoverDelhi, Haryana, Rajasthan, Madhya Pradesh, Gujarat and Maharashtra
Start Point and

End Point

Start – DND Flyway, Delhi And Sohna, Haryana

End – Virar, Maharashtra And Jawaharlal Nehru Port Trust, Maharashtra

Speed Limit 120 km/hour (Maximum)

भारत का सबसे लम्बा एक्सप्रेसवे – दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे 

दिल्ली से मुंबई को जोड़ने वाला एक्सप्रेस वे ‘ दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे ‘ भारत का सबसे लम्बा , सबसे महंगा और सबसे आधुनिक तकनीकी से बना Expressway है। जो दिल्ली को मुंबई से जोड़ने वाला है।
दिल्ली – मुंबई एक्सप्रेस वे है कैसे?

  • इस  एक्सप्रेस वे पर कही पर भी कोई भी टोल नहीं  है।
  • इसके पुरे रुख पर Closed tolling प्रणाली का उपयोग किया जा रहा है।
  • इसके दोनों छोर पर high speed limit के साथ दो links बनाये जा रहे है।bharat ka sabse bada Expressway Delhi Mumbai expressway

Delhi Mumbai Expressway route – दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे कहां कहां से गुजरेगा

यदि आप भविष्य में कभी दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे से सफर करने की लालसा रखते है तो आपको Delhi Mumbai Expressway के पुरे रूट को समझना आवश्यक है।
आपको यह जानना जरुरी है की दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे भारत के के किन किन राज्यों के किन किन जिले से होकर गुजरेगी।

यह  एक्सप्रेस वे जब बन कर तैयार होगा तब यह भारत का सबसे लम्बा एक्सप्रेस वे होगा।
जो  दिल्ली के नज़दीक हरियाणा के सोहना स्थान से मुंबई के जवाहरलाल नेहरू पोर्ट तक जाएगी।
यह भारत की राजधानी दिल्ली और 5 राज्य (हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात एवं  महाराष्ट्र) को वास्तविक रूप से प्रभावित करेगी।
Expressway विशेष रूप से जयपुर, किशनगज , अजमेर , कोटा , चित्तौड़गढ़ , उदयपुर , भोपाल, उज्जैन , इंदौर , अहमदाबाद,
वडोदरा और सूरत से होते हुये मुंबई के जवाहर लाल नेहरू पोर्ट तक जाएगी।
यह एक्सप्रेसवे राजस्थान के 7 जिले (अलवर, भरतपुर, दौसा , सवाईमाधोपुर, टोंका, बूँदी और कोटा ) के 18 तहसीलों के 565 गावों की सीमा से होकर 380km के साथ गुजरेगा।

Delhi-Mumbai Expressway Entry and Exit points

यदि आप Delhi Mumbai Expressway पर सफर करना चाहते है तो आपको हम बता दे कैसे Entry कर सकते है –

Delhi-Mumbai Expressway length – एक्सप्रेसवे की कुल लम्बाई

State ( राज्य )/ केंद्रशासित प्रदेशLength ( लम्बाई )
राजस्थान में373 किलोमीटर
मध्यप्रदेश में 244 किलोमीटर
गुजरात में 426 किलोमीटर
दिल्ली में12 किलोमीटर
हरियाणा में  129 किलोमीटर
महाराष्ट में 171 किलोमीटर

भारत की सबसे बड़ी Expressway Delhi से निकल कर हरियाणा , मध्यप्रदेश , राजस्थान गुजरात से होते हुए Mumbai पहुंचेगी। इस बीच Delhi Mumbai Expressway की लम्बाई राजस्थान में 373 किलोमीटर, मध्यप्रदेश में 244 किलोमीटर, हरियाणा में 129 km , गुजरात में 426 km , दिल्ली में 12 km और महाराष्ट्र में 171 km लम्बी रहेगी। इस प्रकार से Delhi Mumbai Expressway की कुल लम्बाई 1350 km मापी गयी है। लेकिन इसकी वास्तविक लम्बाई केवल 1,198 km है और इसके दो स्पर्श DND- Faridabad-KMP 59 km और Virar-JNPT 92 km है। जिससे इसकी लम्बाई बढ़कर 1350 km हो जाएगी।

Two links ; दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे में Tow Links का मतलब है:

Delhi Mumbai Expressway route : Delhi Mumbai Expressway दिल्ली के नज़दीक हरियाणा के सोहना स्थान से मुंबई के जवाहरलाल नेहरू पोर्ट तक जाएगी।
इसके अतिरिक्त दो छोर पर दो एक्सप्रेसवे links भी बनाए जा रहे है।

ये दोनों links high speed limit के साथ Controlled Access Expressway होंगे।

पहला links Delhi side पर दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से शुरू होगा। और दिल्ली के सराय काले खान में ख़त्म होगा। जो 6 lanes के साथ 59km लम्बा होगा।

Delhi Mumbai Expressway सोहना में Western peripheral एक्सप्रेसवे से भी जोड़ा जायेगा।

यह कालिंदी Bypass और फ़रीदाबाद बल्लभगढ़ bypass से होते हुए दिल्ली में Inter करके Ring road और DND Interchange पर ख़त्म होगा।

इसको DND के साथ इसलिए जोड़ा जायेगा ताकि East Delhi और उत्तर प्रदेश का ट्रैफिक सेंट्रल दिल्ली को बाइपास करे।

दोनों side पर तीन line की service road 29km के लिए फ़रीदाबाद तक होंगे।

इसमें 18 underpasses 9 Interchanges और एक 7.35km लम्बा elevated section भी बनाया जायेगा।  इसका cost लगभग 3600 करोड़ रुपया आएगा।

दूसरा link मुंबई side पर बनेगायह 91km लम्बा Control Access Expressway Virar से जवाहर लाल नेहरू पोर्ट तक होगा। इसके बनने से कमर्शियल गाड़ियों को सीधा पोर्ट तक  डायरेक्ट लिंक मिल जायेगा। इसके अलावे दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे से जाने वाले, थाने एवं नवी मुंबई के यात्रियों को भी bypass मिल जायेगा।

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे ( Delhi Mumbai Expressway ) किसके द्वारा बनाया जा रहा है?

Delhi-Mumbai Expressway ‘ का निर्माण कार्य ‘ भारत माला परियोजना ‘ के प्रथम चरण के तहत नेशनल हाई वे अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया ( NHAI ) के द्वारा किया जा रहा है। इसको बनाने का जिम्मा NHAI ने 52 पैकेजों में 20 से ज्यादा निर्माणाधीन कंपनियों को किलोमीटर के हिसाब से दिया है जिसका लिस्ट निम्न है।

Si. NoName of Contractor companyLength in km
1.GR Infraprojects224
2.HG Infra Engineering116
3.Roadway Solutions India Infra87
4.Dineshchandra R. Agrawal Infracon (DRA)84
5.GHV India80
6. KCC Buildcon67
7.JiangXi Construction – MKC Infrastructure JV62
8.CDS Infra Projects61
9.Dhaya Maju – Crescent EPC JV57
10.Patel Infrastructure53
11.IRB Infrastructure52
12.Apco Infratech47
13.PNC Infratech42
14.Larsen and Toubro (L&T)37
15.Ircon International32
16.Gawar Construction31
17.Atlas Constructions – NKC JV30
18.Shivalaya Construction Company27
19.RKC Infrabuilt26
20.Montecarlo Construction26
21.Sadbhav Engineering25
22.Ashoka Buildcon13
23Dilip Buildcon Limited – Altis Holding JV08

विशेषताएँ : दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे की विशेषताएँ

  • दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे बनने के बाद, भारत का सबसे लम्बा एक्सप्रेसवे होगा।
  • इस एक्सप्रेस वे पर कोई टोल प्लाजा नहीं होगा।
  • Expressway पर चलने वाले गाड़ियों को tax केवल Expressway पर चढ़ते एवं उतरते समय ही टोल देना होगा।
  • अर्थात पुरे रुख पर Closed tolling प्रणाली का उपयोग किया जायेगा।
    जिसमे toll Distance के आधार पर
    तय की जायेगा।
  • जिससे एक्सप्रेसवे पर गाड़ियों को चलने में कोई रुकावट नहीं आएगी।
    और टोल के कारण लम्बे- लम्बे जाम से  बचे जा सकता है।

Delhi-Mumbai Expressway दूसरे expressway से अलग कैसे हैं?

  1. Delhi-Mumbai Expressway के बगल में  reshot , fuel  station , restaurants, food courts ,
    और ट्रकों को रोकने के लिए पार्क आदि का  विकास  किया जा रहा हैं।
  2. Expressway को वर्त्तमान में 8 लेन की बनायीं जा रही है।
  3. इसके अगल – बगल में इतना जगह छोड़ा गया है, की इसे भविष्य में 12 लेन तक बढ़ाया जा सकता है।
  4. यह भी संभव है की भविष्य में इसके दो लेन इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए हो।
  5. जिसपर इलेक्ट्रिक वाहन सीधे बिजली से जुड़ कर, इलेक्ट्रिक ट्रेन की तरह इस हाई वे पर हाई स्पीड में दौड़ सके।
  6. Rainwater Harvesting भी प्रत्येक 500 मीटर की दूरी पर प्रयोग होंगे और
  7. measure interchange और toll passage पर सोलर पवार लाइट्स लगेंगे।
  8. Expressway पर घायल व्यक्ति के लिए हेलीकॉप्टर एम्बुलेंस सेवा भी उपलब्ध होगा।
    जो घायल व्यक्ति को डॉक्टर के पास ले जाने में सहायता करेगी।
  9. इस पुरी Expressway को निगरानी के लिए जगह-जगह पर ड्रोन लगाए जायेंगे।
  10. इसे बिलकुल प्लांट तरीका से बनाया जायेगा।
    इसके लिए Expressway के आस – पास एवं बीच के क्षेत्रो में लगभग 20 लाख पेड़ लगाए जाएंगे।

Demand; Delhi – Mumbai Expressway को बनाने की जरूरत क्यों

दिल्ली से मुम्बई जाने के लिए वर्तमान में NH-48 हाई वे ( Delhi Mumbai highway ) है।  जो Golden Quadrilateral का पार्ट है। और India का सबसे बड़ा Highway भी है।

प्रतिदिन लगभग 80 हजार गाड़ियाँ इस हाई वे का उपयोग करते है। आने वाले लगभग 2-3 सालों में यह संख्या बढ़कर एक लाख हो जायेगा।

यह अपनी Capacity से काफी अधिक operate कर रहा है। इसके कुछ पार्ट में traffic conjunction  होना आम बात है। जिससे आप लोगो को काफी दिक्क्त का सामना करना पड़ता है ।

national Highway Development Project NHDP phase-2 के तहत सन 2000 के शुरुआत में प्रत्येक Towns के around Bypass और intersection पर flyovers बनाये गए थे।

जिसमे काफी improvement हुई थी, लेकिन growth के साथ-साथ हाई वे में कुछ जगहों पर bottleneck सुधार आयें जिससे इसकी efficiency में गिरावट हुई।
और दिल्ली से मुंबई जाने में 24 घंटा से भी ज्यादा का समय लग जाता है।

इसी लिए Capacity को बढ़ने एवं travelling time को कम करने के लिए एक expressway की आवश्यकता अनुभव किया गया।

और Delhi Mumbai expressway की नीव रखी गयी।

Delhi Mumbai Expressway with map
image source:- google

लाभ; Delhi-Mumbai एक्सप्रेसवे के बनने से क्या लाभ होगा?

  • दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे के बनने से specially cargo movement में Benefits होंगे।
    logistics की 8 से 9% की कमी होने की उम्मीद है।
    जिससे एक लाख करोड़ रूपये कंपनियों द्वारा अगले 70-80 सालों में बचाये जा
     सकेंगे
  • इसके पुरे रुख के लिए 15000 हेक्टेयर land  का equire किया गया है।
  • unused और underdeveloped plant का उपयोग किया जायेगा।
    जिससे यहाँ economic activityऔर Industrialization बढ़ेगा साथ ही कई लोगो को employment भी मिलेंगे
  • दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को बनाने में advanced perpetual pavement इस्तेमाल किया जा रहा है।
    जिससे Pavement की life बढ़ेगी और 50 साल तक कम से कम मरम्मत करनी होगी।
  • एक्सप्रेस वे के आस-पास लाखों पेड़ लगाए जायेंगे।
  • Delhi Mumbai Expressway के बनने से NHAI ने आकलन किया है की इससे प्रत्येक साल 32,00,00,000 लीटर fuel save होंगे।
    जिससे 85 करोड़ किलोग्राम corban emission की कमी होगी। इतना emission लगभग 2 करोड़ पेड़ कम कर पाते है।

Travelling time का बचत :

Delhi Mumbai Expressway के बनने से सबसे ज्यादा फायदा यह होगा की travelling time का बचत होगा
सामान्य स्थिति में दिल्ली से मुंबई जाने में 24 घंटा से भी ज्यादा का समय लगता  है। और 1500 किलोमीटर दूरी तय करना पड़ता है।

इसके बनने के बाद दिल्ली से जयपुर जाने में 1.5 घंटा, भोपाल जाने में 6 घंटा, वडोदरा जाने में 9 घंटा और मुंबई जाने में 12 घंटे समय का वचत होगा।
और 150 किलोमीटर की दूरी कम तय करना पड़ेगा।

अर्थात अब Delhi to Mumbai जाने में केवल 12 घंटा का ही समय लगेगा। जिससे फ़्यूल की वचत होगी और समय का भी वचत होगा।

Delhi Mumbai Expressway पर गाड़ियों को कितनी तेज़ रफ़्तार से चलाया जा सकता है?

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे भारत का सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे होगा। इस एक्सप्रेसवे पर गाड़ियों को अधिकतम 120 किलोमीटर / घंटा की रफ़्तार से चलाया जा सकता है।

इसका परीक्षण केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी जी ने 170 किलोमीटर / घंटा  की रफ़्तार  से अपने गाड़ी को चलवा कर किये।

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने दिल्ली- मुंबई एक्सप्रेस वे को दुनिया का सबसे बड़ा Expressway बताया।
और गडकरी जी ने Delhi Mumbai Expressway को
प्रगति का एक्सप्रेसवे भी कहा।

Delhi Mumbai Expressway से किसानों को लाभ हुआ कैसे ?

दिल्ली मुम्बई एक्सप्रेस वे के बनने से किसान भी फायदा लेने से पीछे नहीं हट सकेंगे।
दिल्ली मुम्बई एक्सप्रेसवे के बनने से किसानों के जमीन एक्सप्रेसवे के रुख में आने से उन्हें भारी भरकम मुआवजा मिला है।

साथ ही साथ भविष्य में इसके आस-पास, बड़े-बड़े औद्योगिक हब भी खोले जायेंगे।
जिससे किसानों को उनके फसलों को उचित भाव मिल सकेगा। और इस एक्सप्रेसवे के कारण किसान अपने फसलों का उचित लाभ ले सकेंगे।

Delhi Mumbai Expressway को बनाने में कितना समय लगेगा 

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे के बनने की चर्चा 2018 से ही जोड़ पड़ने लगी थी। इसका शिलान्यास वर्ष 2019 में 9 मार्च को भारत के प्रधान मंत्री माननीय नरेंद मोदी जी के द्वारा किया गया।

शिलान्यास के बाद  इस एक्सप्रेस वे का काम काफी तेजी से चला। भारत ने इसके काम को कोरोना काल में भी बंद नहीं किया था।

जिसके कारण इसका काम काफी तेजी से चला। दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस वे जून 2024 तक बनकर पूरी तरह तैयार हो जायेगा।

एक्सप्रेस वे का काम जयपुर तक मार्च 2022 में पूर्ण  हो गया है।

2018 में भारत के प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने न्यू इंडिया की बात की थी। उसी न्यू इंडिया का यह एक हिस्सा है। 

Delhi Mumbai Expressway एशिया का पहला Expressway

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे एशिया का पहला Expressway है, जिसमें जानवरों के लिए भी पूल बनाये गए है।

इसके निर्माण में इस बात की पूरी तरह से ध्यान रखा गया है की किसी भी प्रकार से पर्यायवरण या जानवरों को कोई नुकसान न हो।

एक्सप्रेसवे Ranthambore national park और Ramgarh Vishdhari Wildlife Sanctuary से सीधे ही गुजरता तो wildlife को नुकसान होता।

और जंगल दो भागों में बट जाता। जिससे Animals को एक्सप्रेसवे पास करने में accident होने का खतरा था। एक्सप्रेसवे से animals को कम से कम नुकसान हो,

इसके लिए NHAI ने इन जगहों पर 8 wildlife Crossing बनायीं है। जिसमें 5 Animal over passes और 3 Animal Under passes शामिल है।

Delhi Mumbai Expressway animal over bridge

यह जब राजस्थान के “मुकुन्दरा” राष्ट्रीय पार्क से होकर निकलता है, तब  Expressway जमीन के अंदर से होकर निकलता है।

इसके लिए 4-4 किलोमीटर की दो टनल बनाये गए है। जिससे मुकुन्दरा राष्ट्रीय उद्यान में उपस्थित जानवरों को कोई परेशानी न हो।

और महाराष्ट्र के मथेरण नामक स्थान पर फुट ओवर ब्रिज बनाये गए है।

Delhi-Mumbai Expressway को बनाने में कितनी लागत आएगी

भारत का सबसे लम्बा एक्सप्रेस वे की पूरी लागत लगभग 100,000 करोड़ रूपये की आएगी।

जिसमे से 60,000 करोड़ रूपये construction पर और 40,000 करोड़ रूपये एक्सप्रेसवे के लिए जमीन खरीदने पर खर्च किया जायेगा।

यह एक सीमेंटेड सड़क है, जिसमें  80 लाख टन सीमेंट लगेगा।

जो पुरे हिंदुस्तान में उपयोग किये जाने वाले सीमेंट का  2% है। और लगभग 5 लाख टन से भी ज्यादा स्टील लगेगा।

जिसको बनाने में नवम्बर 2019 से जून 2024 तक लगभग 50 लाख मजदुर लगेंगे।

अर्थात यदि कोई व्यक्ति इस काम को अकेले ही करना चाहे तो उसे 50 लाख दिन लग जायेगा। ( जो किसी एक मनुष्य के लिए संभव नहीं है। )

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे का निर्माण – Construction of Delhi-Mumbai Expressway

Expressway  का construction “भारत माला परियोजना” के तहत किया जा रहा है।
इसका निर्माण दो भागों में किया जा रहा है

  1.  मुंबई बडोदरा सेक्शन
  2. दूसरा दिल्ली बडोदरा सेक्शन

Mumbai Vadodara Section

मुंबई बडोदरा section बनाने में Concrete pavement इस्तेमाल होगा।

जिसे बनाने में Hybrid Annuity Model(HAM) का इस्तेमाल किया जायेगा। इसका मतलब 40% funding Government करेगी और बाकी 60% funding कॉन्ट्रैक्टर खुद लगाएंगे।
और प्रोजेक्ट पूरा होने पर कंट्राक्टरक को सालाना compensation मिलेगा। इसका Amount और Time  पहले से ही तय किया जायेगा।

Delhi Vadodara Section

दूसरा दिल्ली बडोदरा Section को बनाने में Asphalt Pavement  को Engineer Procurement and Construction(EPC) मोड़ से बनाया जायेगा।

मतलब की दिल्ली बडोदरा section को बनाने में पूरी responsibility contractor की होगी, designing से लिकर Construction तक। और 100% funding government की होगी। project पूरा होने के बाद Government को सौंप दिया जायेगा।

इन दोनों ही स्थिति में टोल Government collect करेगी;

नुकसान

दिल्ली- मुंबई एक्सप्रेस वे के बनने से नेशनल पार्क के लिए बुरी खबर है।
इस के बनने से लाखों पेड़ कट जायेंगे। नया निर्माण कार्य से काफी ज्यादा मात्रा में धूल-कण्ड भी उड़ेगा।

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Frequently asked Questions Delhi Mumbai Expressway

Q.1 ) दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे कब पूरा होगा?

⇒ भारत का सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य 2023 में पूरा होने वाला था लेकिन यह अभी तक पूरा नहीं हुआ है।
अब कयास लाएगा जा रहा है की Delhi Mumbai Expressway June 2024 में बन कर पूरा हो जायेगा।

Q.2 )  क्या दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे पूरी तरह से खुला है?

⇒ दिल्ली मुंबई का निर्माण कार्य जारी है यह जून 2024 तक बन का तैयार होगा। इसलिए अभी यह पूरा तरह से नहीं खुला है, लेकिन दिल्ली से जयपुर तक का निर्माण कम्प्लीट हो गया है।

Q.3 ) दिल्ली मुंबई 8 लाइन कितने किलोमीटर है?

⇒ Delhi Mumbai Expressway 8 लेन के साथ 350 km लम्बा है।

Q.4 ) भारत का सबसे बड़ा एक्सप्रेस वे कौन सा है?

⇒ वर्तमान में, 302 km लम्बाई के साथ आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे भारत के सबसे लंबा एक्सप्रेसवे है। लेकिन दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे बनने के बाद Delhi Mumbai Expressway भारत के सबसे बड़ा और सबसे लम्बा एक्सप्रेसवे होगा। जो 8 लेन के साथ 1350 km लम्बा होगा।

Q.5 ) दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे कितने राज्यों से गुजरेगा?

⇒ Delhi Mumbai Expressway भारत के एक केंद्रशासित प्रदेश ( दिल्ली ) और 5 राज्य ( हरियाणा, मध्यप्रदेश , राजस्थान ,  गुजरात और महाराष्ट ) से होकर गुजरेगा।

Q.6 ) Delhi-Mumbai expressway entry exit points

⇒ Delhi Mumbai Expressway में केवल दिल्ली से Dausa जाने आने में 8 Entry और Exit point बनाये गए है।
इसका निर्माण कार्य पूरा होने पर Delhi से Mumbai जाने में 50 से भी ज्यादा Entry and Exit points आपको देखने को मिलेंगे। जिनसे आपको Entry and Exit करने में Help मिलेगी।

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